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कंप्यूटर का परिचय (computer ka parichay) | Introduction of computer | कंप्यूटर का वर्गीकरण (Classification of computers)

कंप्यूटर का परिचय (Introduction of computer)


कंप्यूटर का परिचय (Introduction of computer)

सम्पूर्ण विश्व मे शायद ही कोई इंसान बचा होगा जो इस शब्द से अभी तक अनजान होगा।
कंप्यूटर एक इलैक्ट्रोनिक डिवाइस है जो इनपुट के माध्यम से आंकडो को ग्रहण करता है, उन्हे प्रोसेस करता है एवं सूचनाओ को निर्धारित स्थान पर स्टोर करता है! कंप्यूटर एक क्रमादेश्य मशीन है।

कंप्यूटर एक बहुत ही उपयोगी मशीन है । कंप्यूटर यूजर द्वारा दिए हुए सभी प्रकार के निर्देशों को गणना के लिए संग्रहीत करता है, जैसे- नंबर, टेक्स्ट, ग्राफ़िक्स, चित्र इत्यादि। परन्तु कंप्यूटर इन सभी डाटा तथा निर्देशों को बाइनरी भाषा में बदल कर कार्य करता है। 

बाइनरी एक मशीन की भाषा होती है जिसका आधार सिर्फ दो संख्याएँ है- 0 तथा 1, यूजर द्वारा दिए गए सभी निर्देश बाइनरी भाषा में 0 तथा 1 में परिवर्तित हो जाते है। 

आइए हम आसान भाषा में इसको समझते हैं की कंप्यूटर क्या है, कंप्यूटर हमारी बोलचाल की भाषा को समझ नहीं सकता। इसके लिए प्रोग्राम, विशेष प्रकार की भाषा में लिखे जाते हैं। इन भाषाओं को प्रोग्रामिंग लैंग्वेज के नाम से जानते हैं। आजकल ऐसी सैकड़ों भाषाएं प्रचलन में हैं।

ये भाषाएं कंप्यूटर और प्रोग्रामर के बीच संपर्क या फिर संवाद स्थापित करने का काम करती हैं। कंप्यूटर उन्हीं के माध्यम से दिए गए निर्देशों को समझकर काम करता है।

कंप्यूटर द्वारा किए जाने वाले अलग-अलग कार्यों के लिए अलग-अलग तरह की लैंग्वेज का इस्तेमाल किया जाता है।
अब आप समझ गए होंगे कि कंप्यूटर क्या है और वह कैसे कार्य करता है। अब बात करते है कंप्यूटर की मुख्य विशेषताओ की।

कंप्यूटर की विशेषता:-

कम्प्यूटर की निम्नलिखित विशेषताएँ है:-
(1) कंप्यूटर विशिष्ठ निर्देशो को सुपरिभाषित ढंग से प्रतिवाधित करता है ।

(2) यह पहले संचित निर्देशो को क्रियान्वित करता है ।
वर्तमान के कंप्यूटर इलेक्ट्रानिक और डिजिटल है । इनमे मुख्य रूप से तार ट्रांजिस्टर एवं सर्किट का उपयोग किया जाता है । जिसे हार्डवेयर कहा जाता है ।

निर्देश एवं डेटा को साफ्टवेयर कहा जाता है । कंप्यूटर अपने काम-काज, प्रयोजन या उद्देश्य तथा रूप-आकार के आधार पर विभिन्न प्रकार के होते हैं। वस्तुतः इनका सीधे-सीधे अर्थात प्रत्यक्षतः (Direct) वर्गीकरण करना कठिन है, इसलिए इन्हें हम निम्नलिखित तीन आधारों पर वर्गीकृत करते हैं :-

कंप्यूटर का वर्गीकरण (Classification of computers)

कंप्यूटर का वर्गीकरण (Classification of computers)

1. अनुप्रयोग (Application )
2. उद्देश्य (Purpose )
3. आकार (Size)


1. अनुप्रयोग के आधार पर कंप्यूटरों के प्रकार

यद्यपि कंप्यूटर के अनेक अनुप्रयोग हैं जिनमे से तीन अनुप्रयोगों के आधार पर कम्प्यूटरों के तीन प्रकार होते हैं :

(a) एनालॉग कंप्यूटर
इसमे विद्युत के एनालॉग रूप का यूज़ हुआ था इनकी गति अत्यंत धीमी थी, यह अब प्रचलन से बाहर है।
ex- साधारण घड़ी, स्पीड मीटर, वोल्टमीटर आदि

(b) डिजिटल कंप्यूटर
यह इलेक्ट्रॉनिक संकेतों पर चलते हैं।यह बाइनरी सिस्टम (0,1) पर आधारित है तथा इनकी गति तेज होती है।

(c) हाईब्रिड कंप्यूटर
यह एनालॉग तथा डिजिटल से मिलकर बने होते हैं गणना प्रोसेसिंग के लिए डिजिटल का यूज़ होता है इनपुट एंड आउटपुट में एनालॉग संकेतों का यूज़ होता है।
use- अस्पताल, रक्षा क्षेत्र और विज्ञान आदि।


2. उद्देश्य के आधार पर कंप्यूटरों के प्रकार

कंप्यूटर को दो उद्देश्यों के लिए हम स्थापित कर सकते हैं- सामान्य और विशिष्ट , इस प्रकार कंप्यूटर उद्देश्य के आधार पर निम्न दो प्रकार के होते हैं :

(a) सामान्य-उद्देशीय कंप्यूटर
(b) विशिष्ट -उद्देशीय कंप्यूटर

3. आकार के आधार पर कंप्यूटरों के प्रकार

आकार के आधार पर हम कंप्यूटरों को निम्न श्रेणियाँ प्रदान कर सकते हैं –

1. माइक्रो कंप्यूटर
2. वर्कस्टेशन
3. मिनी कंप्यूटर
4. मेनफ्रेम कंप्यूटर
5. सुपर कंप्यूटर

1. माइक्रो कंप्यूटर
विकास- 1970 से प्रारंभ हुआ था इसमे आईबीएम का यूज़ हुआ था। इसमें 8,16,32,64  बिट microprocessor का यूज़ हुआ था।

2. वर्कस्टेशन
यह आकार मे माइक्रो कंप्यूटर के समान होते हैं फिर भी यह माइक्रो कंप्यूटर से अधिक शक्तिशाली होते हैं। विशेष रूप से यह जटिल कार्यों के लिए प्रयोग किए जाते हैं।

3. मिनी कंप्यूटर
यह आकार में मेनफ्रेम से छोटे और माइक्रो से छोटे होते हैं। इसका आविष्कार 1965 में डीईसी कंपनी ने किया था, इसमें एक से अधिक माइक्रोप्रोसेसर का यूज़ हुआ था।

4. मेनफ्रेम कंप्यूटर
यह आकार में बड़े होते हैं इसमें माइक्रोप्रोसेसर की संख्या अधिक होती है, इसकी कार्यक्षमता अधिक, गति तेज और डाटा संग्रहण मैक्सिमम होता है, इसमें एक साथ कई लोग अलग-अलग कार्य कर सकते हैं।

5. सुपर कंप्यूटर
यह अधिक शक्तिशाली और महंगे होते हैं, इसमें मल्टीटास्किंग एंड पैरेलल प्रोसेसिंग का यूज हुआ था इनकी गणना, क्षमता और मेमोरी उच्च होती है।

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